जल संवर्धन की खोज किसने किया?: जल संवर्धन या हाईड्रोपोनिक्स (Hydroponics) कृषि क्षेत्र में एक नई तकनीक का नाम है. यदि आप इसके बारे में नहीं जानते कि इसका खोज किसने किया, कब हुआ, कैसे हुआ आदि सवालों का जवाब तो यह लेख इसी के बारे में जानकारी देने वाला है.
कृषि के क्षेत्र में खेती और पौधे उगाने के कुछ ऐसे तकनीक उपलब्ध है जो हमारे पर्यावरण के लिए काफ़ी सही होती है और जिनमें से जल संवर्धन या हाईड्रोपोनिक्स (Hydroponics) भी एक ऐसी तकनीक है.
इस प्रकार की तकनीक में हमें खेती और पौधे उगाने के लिए कम से कम पानी की जरूरत होती है,जिसमें पानी की बचत होती है. कृषि में ज़्यादा पानी इस्तेमाल होने के कारण वर्तमान में पृथ्वी पर 1% पीने का पानी उपलब्ध है. पानी, पेड़ पौधों और जीव जंतु के लिए जरूरी है इसलिए आपकों इसे फिजूल की जगहों पर इस्तेमाल नहीं करना चाहिए और खेती के लिए आप नहर, पोखरा, नदी, आदि का इस्तेमाल कर सकते हैं.
इसके अलावा जल संवर्धन तकनीक के कुछ ऐसे फायदे और नुकसान होते है जिसके बारे में आपकों इसे इस्तेमाल करने से पहले जानना चाहिए. यहीं कारण है कि इस लेख में जल संवर्धन क्या होती है, जल संवर्धन की खोज किसने की, जल संवर्धन की खोज कब हुआ, इसका इतिहास, आदि चीजों के बारे में बतलाने वाले हैं.
जल संवर्धन क्या होता है?
जल संवर्धन या हाईड्रोपोनिक्स (Hydroponics) एक ऐसी तकनीक है, जिसमें फसलों को बिना खेत में लगाए केवल पानी और पोषक तत्वों से उगाया जाता है. इसे ‘जलीय कृषि’ भी कहा जाता हैं.
इस प्रकार की तकनीक में पानी के अलावा कीटनाशकों के भी काफी कम प्रयोग की आवश्यकता होती है और मिट्टी में उगने वाले पौधे और इस तकनीक से उगाए जाने वाले पौधों की पैदावार में काफ़ी अंतर देखा जा सकता है.
आपके जानकारी के लिए बता दें कि इस तकनीक बिना किसी जमीन के, एक किलो मक्का से पांच से सात किलो चारा दस दिन में बनता है. इसलिए कई मामलों में जल संवर्धन या हाईड्रोपोनिक्स (Hydroponics) तकनीकी को नॉर्मल फसलों की खेती करने से अच्छा माना जाता है.
जल संवर्धन को अंग्रेजी में क्या बोलते हैं?
जल संवर्धन को अंग्रेजी में हाईड्रोपोनिक्स (Hydroponics) के नाम से जाना जाता है जो दो शब्दों “Hydro+Ponics” से मिलकर बना है, जिसका शाब्दिक अर्थ “Labor” होता है.
जल संवर्धन की खोज किसने की?
William Frederick Gericke
विलियम फ्रेडरिक गेरिके (William Frederick Gericke) ने सर्वप्रथम जल संवर्धन या हाईड्रोपोनिक्स (Hydroponics) की खोज किया था . उन्होंने मिट्टी की बजाय केवल पानी और पोषक तत्वों की मदद से 7.6 मीटर ऊंची टमाटर उगाई थी. और इस प्रकार फसलों को बिना खेत में लगाए ऐसी तकनीक का जन्म हुआ इसलिए इन्हें “जल संवर्धन का पिता” भी कहा जाता है.
जल संवर्धन की खोज कब हुई ?
जल संवर्धन या हाईड्रोपोनिक्स (Hydroponics) की खोज सन 1937 में हुई थी.
जल संवर्धन की खोज कहा हुई?
संवर्धन या हाईड्रोपोनिक्स (Hydroponics) की खोज बर्कले, यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया में हुई थी.
जल संवर्धन की खोज कैसे हुई?
1930 के दशक में, पौधे वैज्ञानिकों ने कुछ पौधों की बीमारियों की टेस्ट किया और पाया कि पौधे में बीमारी वर्तमान में बिगड़ते मिट्टी के कारण हो रही है. उसके बाद कृषि करने वाले लोगों के बीच खराब होते पौधों को बचाने के लिए एक ऐसी तकनीक की खोज होने लगी जो इस समस्या का समाधान करने में सक्षम हो.
उसके बाद इसके समाधान के लिए बर्कले, यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया के विलियम फ्रेडरिक गेरिके (William Frederick Gericke) ने जल संवर्धन या हाईड्रोपोनिक्स तकनीक को इस्तेमाल करने के लिए बढ़ावा दिया. लोगों ने इस तकनीक का इस्तेमाल कर बिना किसी मिट्टी के पौधे और फ़सल उगाए.
वैसे इस तकनीक में भी कुछ चुनौतीयां आने लगी :
- इस तकनीक को इस्तेमाल करने में आवश्यक शुरुवाती खर्चे अधिक थी, उसके बाद इसमें और विकास हुआ और इसे सस्ती बनाया गया.
- क्योंकि इस तकनीक में पानी का पंपों की जरूर पड़ती हैं उसके लिए लगातार विद्युत की आवश्यकता होती है.
- तीसरी चुनौती लोगों की मनोवृति को बदलने की थी क्योंकि अधिकतर लोग यह सोचते हैं कि हाइड्रोपोनिक के इस्तेमाल के लिए इसके बारे में अच्छी जानकारी होनी चाहिए और काफ़ी शोध अध्ययन की जरूरत पड़ेगी लेकिन असल में ऐसा नहीं होता है. आप थोड़ी बहुत जानकारी प्राप्त कर इस तकनीक का इस्तेमाल कर पौधे और कृषि क्षेत्र में कुछ नया कर सकते हैं.
जल संवर्धन की खोज का इतिहास
1627 में, मिट्टी के बिना फसल उगाने की कोशिश पर सबसे पहले सिल्वा सिल्वारूम या फ्रांसिस बेकन द्वारा लिखित “ए नैचुरल हिस्ट्री” की पुस्तक में प्रकाशित हुई थी , जिसे उनके मरने के एक साल बाद छापा गया था. उसके बाद जल संवर्धन या हाईड्रोपोनिक्स (Hydroponics) एक लोकप्रिय शोध तकनीक बन गया.
1699 में, जॉन वुडवॉर्ड ने अपनी एक्सपरिमेंट जल संवर्धन पर spearmint के साथ पब्लिश किया, जिनमें उन्होंने पाया था कि आसुत पानी में पौधों की तुलना में कम शुद्ध पानी में पौधों बेहतर हुए.
1842 तक, पौधों की वृद्धि के लिए आवश्यक नौ तत्वों की सूची बनाई गई जिनमें वनस्पति शास्त्री जूलियस वॉन सेच्स और Wilhelm Knop की खोज साल 1859 – 1875 में soilless cultivation की तकनीक का और विकास हुआ.
जल संवर्धन की खोज में बढ़ते नई जानकारियां के कारण लोगों को इसके तरफ़ और आकर्षित करने में काफ़ी मदद मिली, जो जल्दी ही एक मानक अनुसंधान और शिक्षण तकनीक बन गया और कई जगहों पर व्यापक रूप से उपयोग होने लगा. इसके फलस्वरूप अब Solution Culture को जल संवर्धन (Hydroponics) के एक प्रकार माने जाने लगा.
1930 के दशक में, पौधे वैज्ञानिकों ने कुछ पौधों की बीमारियों की जाच की और पाया कि जो भी दिक्कतें आ रही है वह सभी मिट्टी की वर्तमान स्थिति के कारण हो रही है. उसके जल संवर्धन नए फ़सल और खेती करने के तकनीक के लिए एक आशा बनने लगा.
1929 में, बर्कल में यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया के विलियम फ्रेडरिक गेरिके (William Frederick Gericke) ने सार्वजनिक रूप से इस समाधान को बढ़ावा देना शुरू किया और लोगों को कृषि उत्पादन के लिए जल संवर्धन या हाईड्रोपोनिक्स तकनीक का इस्तेमाल करने के लिए प्रयास करने लगे.
1937 में, उन्होनें उसे सबसे पहले “Aquaculture” का नाम दिया लेकिन पाया कि एक्वाकल्चर पहले से ही जलीय जीवों की संस्कृति पर लागू हो चुका था. उसके बाद उन्होंने इस तकनीक का इस्तेमाल कर 7.6 मीटर ऊंची टमाटर का पौधां उगाया था और उसके बाद इसका नाम “जल संवर्धन या हाईड्रोपोनिक्स (Hydroponics)” रख दिया गया.
इस लेख में,
इस लेख में आपकों जल संवर्धन की खोज किसने किया और कब हुई, इसका इतिहास, लाभ और चुनौतियों के बारे में पूरी जानकारी दिया गया है. हम उम्मीद करते हैं आपकों जल संवर्धन या हाईड्रोपोनिक्स (Hydroponics) तकनीक की खोज किसने किया और कैसे हुआ आदि चीजों के बारे में मिल गया होगा.
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