क्या आप ग्रह किसे कहते हैं (What is Planet in Hindi) और सौरमंडल के सभी ग्रहों के नाम जानते हैं? यह सवाल आसान है लेकिन ज़वाब समझने लायक है.
ग्रह क्या है? इस सवाल के जवाब पर बहस आज भी जारी है. लेकिन साल 2006 में अंतर्राष्ट्रीय खगोलीय संघ द्वारा ग्रह की परिभाषा क्या है? के बारे में बताया गया था.
तो चलिए समझते हैं, ग्रह किसे कहते हैं (Planet in Hindi) इसकी परिभाषा और प्रकार, ग्रहों के नाम कौन कौन से हैं और उनकी व्याख्या, आदि के बारे में.
ग्रह किसे कहते हैं? (Grah Kise Kahte Hai)
ग्रह वे विशाल खगोलीय पिंड है जो निश्चित कक्षाओं में सूर्य की परिक्रमा करते है, जिनमें अपना प्रकाश एवं ऊष्मा नहीं होती है तथा वे तारों के प्रकाश से प्रकाशित होते.
ग्रह जिसे अंग्रेजी में ‘प्लेनेट‘ (Planet) कहा जाता है जो ग्रीक भाषा के ‘प्लेनेटाइ’ (Planetai) शब्द से बना हुआ है और इसका अर्थ होता है “परिभ्रमक” अर्थात् “चारों ओर घूमने वाले”.
ग्रह भी घूमते हैं. वे अपने ध्रुव के साथ साथ सूर्य (Sun) की परिक्रमा भी करते हैं. इनकी अपनी एक निश्चित कक्षा होती है और ये किसी अन्य ग्रह की कक्षा में प्रवेश नहीं करते हैं.
सभी को पता है पृथ्वी (Earth) , मंगल (Mars) और बृहस्पति (Jupiter) ग्रह हैं. लेकिन वही प्लूटो (Pluto) और सेरेस (Ceres) ग्रह नहीं है, इसे क्षुद्र ग्रह (Dwarf Planet) कहा जाता है.
पृथ्वी एक ऐसा ग्रह है, जो संपूर्ण ब्रह्मांड में एकमात्र जीवन को आश्रय देने वाला ग्रह कहलाता है.
ग्रह तारों की तरह टिमटिमाते नहीं हैं क्योंकि वे हमारे बहुत करीब हैं.
ग्रह कहलाने के लिए खगोलीय पिंड को तीन काम करने चाहिए:
- इसे एक तारे की परिक्रमा करनी चाहिए (जैसे कि सूर्य)
- यह इतना बड़ा होना चाहिए कि इसमें पर्याप्त गुरुत्वाकर्षण हो ताकि इसे गोलाकार आकार में लाया जा सके.
- यह इतना बड़ा होना चाहिए कि इसका गुरुत्वाकर्षण सूर्य के चारों ओर अपनी कक्षा के पास समान आकार की किसी भी अन्य वस्तु को हटा दे
ज्योतिष के अनुसार ग्रह क्या है और इसकी परिभाषा अलग है. भारतीय हिन्दू पौराणिक कथाओं में ग्रह (Planet) के बारे में ‘सम भवते सम ग्रह’ कहा गया है, जिसका अर्थ है – जो प्रभावित करता है वह ग्रह होता है.
वही भारतीय ज्योतिष और पौराणिक कथाओं के अनुसार नौ ग्रह गिने जाते हैं, जिनका नाम है – सूर्य, चन्द्रमा, बुध, शुक्र, मंगल, गुरु, शनि, राहु और केतु.
ग्रहों के प्रकार (Types of Planets in Hindi)
ग्रह दो प्रकार के होते है : आंतरिक ग्रह और बाह्य ग्रह. हमारे सौरमंडल के बुध, शुक्र, पृथ्वी और मंगल ग्रहों को आंतरिक ग्रह कहा जाता है और बृहस्पति, शनि, अरुण और वरुण ग्रहों को बाह्य ग्रह कहा जाता है.
1. आंतरिक ग्रह
आंतरिक ग्रह को ‘चट्टानी ग्रह’ या ‘स्थलीय’ ग्रह भी कहा जाता है, जो मुख्य रूप से चट्टानी पदार्थों जैसे चट्टान, पानी, कार्बन और सिलिकेट से बने होते हैं.
- हमारे सौर मंडल में, चार ग्रह आंतरिक ग्रह (चट्टानी या स्थलीय ग्रह) हैं, वे हैं: बुध – शुक्र- पृथ्वी – मंगल
2. बाह्य ग्रह
बाह्य ग्रह को ‘गैसीय ग्रह’ भी कहा जाता हैं, जो मुख्य रूप से हाइड्रोजन और हीलियम जैसे गैसीय पदार्थों से बने होते हैं.
- हमारे सौर मंडल में, चार ग्रह बाह्य ग्रह (गैसीय ग्रह) हैं, वे हैं: बृहस्पति – शनि – अरुण – वरुण
सौर मंडल के ग्रह (Planets in Our Solar System in Hindi)
हमारे सौरमंडल में कुल आठ ग्रह है, जो सूर्य के चारो ओर घूमते रहते हैं. सूर्य एक तारा है, जो हमारे सौरमंडल का केंद्र भी है.
सूर्य से ग्रहों का क्रम : बुध – शुक्र- पृथ्वी – मंगल – बृहस्पति – शनि – अरुण – वरुण
ग्रहों का आकार घटते क्रम में : बृहस्पति – शनि – अरुण – वरुण – पृथ्वी – शुक्र – मंगल – बुध
ग्रहों के नाम (हिंदी में) | ग्रहों के नाम (in English) |
बुध | Mercury |
शुक्र | Venus |
पृथ्वी | Earth |
मंगल | Mars |
बृहस्पति | Jupiter |
शनि | Saturn |
अरुण | Uranus |
वरुण | Neptune |
आपकों बाते दे, पृथ्वी से केवल पहले पांच ग्रह नग्न आंखों से दिखाई देते हैं: बुध, शुक्र, मंगल, बृहस्पति और शनि. अन्य दो ग्रह : यूरेनस और नेपच्यून की खोज दूरबीनों के आविष्कार के बाद ही हुई थी.
क्या प्लूटो एक ग्रह है?
नहीं, प्लूटो एक ग्रह नहीं है.
2006 तक, प्लूटो (Pluto) को एक ग्रह माना जाता था क्योंकि यह एक ग्रह की कई विशेषताओं को दर्शाता था. लेकिन इंटरनेशनल एस्ट्रोनॉमिकल यूनियन (IAU) ने ग्रह की एक नई परिभाषा दी.
ग्रह एक ऐसी वस्तु है जो:
- सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाता है.
- लगभग एक गोलाकार आकृति है.
- पर्याप्त गुरुत्वाकर्षण हो ताकि इसकी कक्षा के पास का स्थान अन्य वस्तुओं जैसे चट्टानों, क्षुद्रग्रहों, धूमकेतुओं आदि से मुक्त हो सके.
ग्रह की नई परिभाषा के अनुसार प्लूटो (Pluto) को ग्रह की श्रेणी से बाहर कर दिया गया और इसे बौना ग्रह (Dwarf Planet) कहा जाने लगा.
ऐसा इसलिए क्योंकि यह ग्रह की परिभाषा के अंतिम मानदंड को पूरा नहीं करता है क्योंकि धूमकेतु जैसी वस्तु इसकी कक्षा को बंद कर देती है इसलिए, इसे अब बौना ग्रह कहा जाता है.
ग्रह क्या है?
वे खगोलिय पिंड जिनमें अपना प्रकाश एवं ऊष्मा नहीं होती है तथा वे तारों के प्रकाश से प्रकाशित होते, ग्रह कहलाते हैं.
सौरमंडल में कुल कितने ग्रह है?
सौरमंडल में कुल आठ ग्रह है जिनके नाम है : बुध – शुक्र- पृथ्वी – मंगल – बृहस्पति – शनि – अरुण – वरुण.
कौन से ग्रह सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाते हैं?
सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाने वाले ग्रह है : बुध, शुक्र, पृथ्वी,मंगल, बृहस्पति, शनि, अरुण और वरुण.
क्या प्लूटो एक ग्रह है?
नहीं, प्लूटो एक ग्रह नहीं है. 2006 के IAU की ग्रह की नई परिभाषा के बाद इसे अब ‘बौना ग्रह’ कहा जाता है.
ग्रह टिमटिमाते क्यों नहीं हैं?
ग्रह सितारों की तरह टिमटिमाते नहीं है क्योंकि ये हमारे बहुत करीब हैं जिससे बहुत बड़े दिखाई देते हैं और प्रकाश एक से अधिक बिंदुओं से आता हुआ प्रतीत होता है.
निष्कर्ष,
जैसे कि इस लेख में आपकों बताया गया कि :
वे खगोलिय पिंड जो सूर्य या किसी अन्य तारे के चारों ओर परिक्रमा करते, उसे ‘ग्रह’ कहते हैं.
हम उम्मीद करते हैं आपको ग्रह क्या है (grah kya hai), इसके प्रकार, सौरमंडल में ग्रह कितने होते हैं और उनके नाम? आदि के बारे में समझ गए होंगे.
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